प्रो शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित
कुलपति
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय
नई दिल्ली-110 067, भारत
टेलीफोन: 91-11-26704001, 91-11-26741500(O),फैक्स: 91-11-26742580
ईमेल: vc@mail.jnu.ac.in
- उनका जन्म 15 जुलाई 1962 को लेनिनग्राड [अब सेंट पीटर्सबर्ग], रुस [पूर्व यूएसएसआर] में हुआ। उनकी शिक्षा दिक्षा प्रेसिडेंसी कालेज, चेन्नई में हुई तथा बी.ए. व एम.ए. में टॉपर रही तथा स्वर्ण पदक विजेता रही हैं। उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय अध्ययन संस्थान (SIS) से अंतरराष्ट्रीय राजनीति में एम.फिल तथा पीएच.डी की उपाधि पूरी की तथा उप्पसला विश्वविद्यालय, स्वीडन से पीस एंड कंफ्लिक्ट स्टडीज में पोस्ट डाक्टरेट किया।
- भारत के प्रमुख विश्वविद्यालय जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली की प्रथम महिला एवं पूर्व छात्र की कुलपति के रुप में नियुक्ति हुई। 07 फरवरी 2022 को 05 वर्ष की अवधि के लिए कार्यग्रहण किया। इन्होंने वर्ष 1988 से गोवा विश्वविद्यालय से लैक्चरर के रुप में कार्य शुरु किया तथा 35 वर्षों तक शिक्षण एवं शोध कार्य किया तथा वर्ष 1991 में पुणें विश्वविद्यालय, (अब सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय) में कार्यग्रहण किया। पूर्व में प्रोफेसर [2006 से], डिपार्टमेंट आफ पॉलिटिक्स एंड पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में वर्ष 2001 से 2007 तक इंटरनेशनल सेंटर में निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार संभाला। इनकी चार पुस्तकें प्रकाशित हुईं हैं तथा दो पुस्तकों का संपादन किया। उनके कई शोध आलेख प्रकाशित हुए तथा उन्होंने कई जगह भ्रमण किया। उनकी कई बृहत एवं लघु शोध परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। इनके मार्गदर्शन में 30 छात्रों ने अपनी पीएच.डी तथा 08 छात्रों ने अपनी एमफिल उपाधि पूरी की है। वर्तमान में उनके मार्गदर्शन में 04 छात्र पीएच.डी कर रहे हैं। वह वर्ष 1996 से 2009 तक पुणे विश्वविद्यालय शिक्षक संघ की महासचिव रहीं। वह वर्ष 2001 से 2006 तक पुणे विश्वविद्यालय में सीनेट ऐंड काउंसिल (सिंडिकेट) के लिए चुनी गईं। कई विश्वविद्यालयों में अध्ययन मंडलों में विशेषज्ञ के रुप में रहीं। मेरे शिक्षण व शोध के क्षेत्र हैं। इंटरनेशनल रिलेशंस, एशियन स्टडीज, कल्चर एंड फारेन पालिसी, कंफ्लिक्ट, वायलेंस एंड जेंडर। वर्ष 2015 से कई राष्ट्रीय शैक्षिक एवं शोध निकायों में सदस्य रही हैं तथा अभी भी हैं।
- भाषाओं का ज्ञान – इन्हें तेलूगु, तमिल, मराठी, हिंदी, संस्कृत, अंग्रेजी भाषा का ज्ञान है व कन्नड़ मलयालम तथा कोंकणी भाषा की समझ है।
- उनके कई शोध आलेख तथा पुस्तकें प्रकाशित हुईं। इनमें कुछ पुस्तकों का विवरण निम्नलिखित हैः-
- पार्लियामेंट एंड फारेन पालिसी इन इण्डिया, नई दिल्लीः कनिष्क प्रकाशक, 1990
- “रिस्ट्रक्चरिंग एनवायरनमेंटल गवर्नेंस इन एशिया-एथिक्स ऐंड पालिसी”, [एकमात्र संपादक] [हांगकांगः सिटी यूनिवर्सिटी प्रेस, 2003]
- कल्चरल डिप्लोमेसीः बुद्धिज्म ऐंड इण्डिया’स लुक ईस्ट पालिसी [सह लेखक डॉ. रिमली बासु] [2012] लैम्बर्ट अकादमिक प्रकाशन, [978-3-8465-8021-9]
- रिट्रिएट आफ द स्टेटः इम्प्लिकेशन आफ ड्रग ट्रैफ्किंग इन एशिया [सह लेखक डॉ. रिमली बासु] [2012] [978-3-659-12896-7]
- संपादक, प्रोफेसर अमूल्य के. त्रिपाठी, ओडिशा, डी. सावित्री पंडित, पुणे, रोशिनी कुजुर। [संपादन “अंडरस्टेंडिंग पोस्ट 9/11 क्रास-बार्डर टेररिज्म इन साउथ एशिया” मेरे अध्य अध्याय है, ‘इण्डो-श्रीलंका रिलेशंस इन द ‘पोस्ट-एलटीटीई पीरियड”, ईएसएस प्रकाशक, नई दिल्ली, 2016 आईएसबीएनः 978-93-80036-84-7 [द्वितीय लेखक – डॉ. रिमली बासु]
- संपादिक पुस्तकः कोविड-19 क्राइसिस एंड फ्युचर ऑफ हायर एजुकेशन इन इण्डिया [2022] केवीएस शर्मा; शांतिश्री धुलीपुडी पंडित; सरस्वती उन्नी; रावसाहेब बावस्कर।
- उनके 36 से अधिक चैप्टर पुस्तकों में प्रकाशित हुए हैं। अब तक ‘’द हिंदु’’ (मद्रास), ‘’न्यूज टुडे’’ (मद्रास), गोमान्तक टाइम्स (पणजी), सकाल (पुणे) तथा कई पत्र प्रकाशित हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर मासिक कॉलम, न्यू स्वतंत्र टाइम्स, हैदराबाद, न्यू क्वेस्ट, में कई पुस्तक समीक्षा प्रकाशित हुई। फ्रीडम फर्स्ट, भवन’स जर्नल, इंटरनेशनल स्टडीज, इण्डियन जर्नल फार पालिटिकल साइंस, इण्डियन जर्नल आफ फारेन अफेयर्स, डिप्लोमेटिस्ट, शोध पत्रिकाओं के संपादक मंडल रही हैं।
- वह आईपीएसए में वर्ष 2012 से 2015 तक उपाध्यक्ष रहीं तथा वर्ष 2021 में अध्यक्ष के रुप में कार्य किया। भारत सरकार की राष्ट्रीय समितियों जैसें – आईसीएसएसआर, आईसीसीआर, आईआईएएस, मकायास एमपीआईएसएस; की सदस्य हैं। भारत के राष्ट्रपति ने अपने नामिती के रुप में कई केन्द्रीय विश्वविद्यालयों की चयन समितियों में नामित किया है। पुणे विश्वविद्यालय की विद्या परिषद तथा भारत के कई अन्य विश्वविद्यालयों की विद्या परिषद की सदस्य, विषय विशेषज्ञ एवं पाठ्यक्रम अद्यतन समिति की सदस्य; कई शैक्षिक एवं व्यावसायिक निकायों में कार्य किया तथा छात्र एवं सांस्कृतिक संगठनों में सक्रिय रहीं हैं; वह कुछ सामाजिक सेवा संस्थानों के कार्यों से सम्बद्ध हैं। दो संस्थानों जैसे- न्यू लाइफ फार इण्डिया मूवमेंट तथा यूथ फोरम फार गांधियन स्टडीज में संस्थापक सदस्य के रुप में समाज के लिए कार्य कर रही हैं।
- प्राप्त पुरस्कार/सम्मानः-
- 12वीं कक्षा में सर्वोत्तम छात्र पुरस्कार, आदर्श विद्यालय, चेन्नई।
- यूथ फोरम फॉर गांधियन स्टडीज, चेन्नई, वुमन एज्यूकेटर पुरस्कार 2003
- वाइजटेक्स अवार्ड फॉर वुमन लीडर्स इन द नेक्स्ट डिकेड-ऐज्यूकेशन 2004
- वीर सावरकर अवार्ड फॉर ऐज्यूकेशन फील्ड, पुणे, मई 2010
- श्रीमती सुषमा स्वराज स्त्री शक्ति पुरस्कार, मई 2022
- यूनीवर्सल पीस फेडरेशन-अम्बेस्डर आफ पीस अवार्ड - 2022
- दीनदयाल उपाध्याय पुरस्कार – 2022