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सदस्यता/छात्रवृति/पुरूस्कार

सदस्यता/छात्रवृति/पुरूस्कार

परिपत्र का विस्तारण (तिथि:०८.०२.२०१७) यूजीसी सदस्यता/एचआरए/आकस्मिक तिथि: ०८.०३.२०१७

भुगतान हेतु डीबीटी प्रणाली के लिए यूजीसी सदस्य के संबंध के परिपत्र तिथि:०८.०२.२०१७

भुगतान हेतु डीबीटी प्रणाली के लिए यूजीसी सदस्य के संबंध के परिपत्र तिथि:१७.०१.२०१७

डीबीटी के अंतर्गत जेआरएफ-एसआरएफ विरासत मामलों के लिए निरंतरता-एचआरए-आकस्मिक प्रपत्र

एसवाईएलएफएफ सदस्यता:

रयोइची ससाकावा युवा नेता सदस्यता कार्यक्रम टोक्यो/निपोन फाउंडेशन, जापान द्वारा नितिबद्द है।

 

वर्ष २०१४-15 के लिए एसवाईएलएफएफ सदस्यता के लिए यहाँ क्लिक करें

 

 

यूजीसी-सीएसआईआर कनिष्ठ शोध सदस्यता: 
सदस्यता के पुरूस्कार के लिए केवल वही उम्मीदवार योग्य होंगें जो प्रासंगिक संगठन के नियमों के अनुरूप, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग/सीएसआईआर द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर परीक्षा एवं कनिष्ठ शोध सदस्यता के पुरूस्कार हेतु अन्य समान परीक्षा में उतीर्ण होंगें।

यूजीसी-छात्रवृति एवं सदस्यता:
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, विश्वविद्यालयों/ महाविद्यालयों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों के लिए, प्रत्येक वर्ष, विभिन्न छात्रवृतियों एवं सदस्यता के पुरूस्कार के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित करता है। योजनाओं की विस्तृत जानकारी यूजीसी की वेबसाइट www.ugc.ac.in पर उपलब्ध है।  
राज्य सरकार सदस्यता:
भारतीय संघ के कुछ राज्यों ने, अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा के विद्यालय में, अपने संबंधित राज्यों से आये विद्वानों के लिए एक अथवा दो सदस्यताओं का गठन किया है। कुछ राज्य सरकारों ने आकस्मिक अनुदान भी प्रदान किया है। इन सरकारी सदस्यताओं के पुरूस्कार को शासित करने वाले सामान्य नियम एवं शर्तें नीचे दी गयीं हैं:

1. सदस्य को अपना सम्पूर्ण समय पारित शोध तथा विश्वविद्यलय में अध्ययन को देना अनिवार्य होगा।

2. वह पुरूस्कार के कार्यकाल के दौरान किसी भी अन्य स्रोत द्वारा, किसी भी प्रकार की प्रदत्त एवं अन्य नियुक्ति स्वीकार्य या पकड़ या किसी नहीं सकता या किसी भी प्रकार की आय, वेतन, मासिक आय प्राप्त नहीं कर सकता है। कनिष्ठ शोध सदस्य, विभाग के मार्गदर्शक/प्रदान की अनुमति से विश्वविद्यालय/ संसथान को शिक्षण, परीक्षा पत्रों के आंकलन, प्रयोगशाला प्रदर्शन कार्य, सेमीनार, संगोष्ठियों इत्यादि सहित उनके शैक्षिक कार्यक्रमों में सहायता प्रदान कर सकतें हैं, यदि ऐसा करने के लिए उन्हें बुलाया गया है, बशर्ते कि उनके द्वारा अपनाये गए यह कार्य उनके चालित शोध कार्यक्रम के लिए बाधा उत्पन्न न करें।

3. उसे किसी भी विश्वविद्यालय या सार्वजानिक संस्था द्वारा आयोजित किसी भी परीक्षा में उपस्थित होने के लिए विश्वविद्यालय से पूर्व अनुमति प्राप्त करनी होगी।

4. यदि सदस्य की प्रगति एवं आचरण असंतोषजनक पाया जाता है तो, सदस्यता किसी भी समय समाप्त की जा सकती है।

5. प्रथम द्रष्टि में, सदस्यता सामान्यतः एक वर्ष के लिए स्थायी हो जाएगी परंतु, यदि छात्र संतोषजनक प्रगति बनाये रखता हैं तो, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ वर्ष हेतु नवीकृत की जा सकती है। हांलांकि, एक शोध सदस्य, जिसने शोध क्षमता का प्रदर्शन किया है, परंतु अपना कार्य समाप्त नहीं किया है, वह चार वर्षों की अवधि के अंत पर, एक ओर वर्ष की अवधि के लिए सदस्यता के विस्तार हेतु विचार कर सकता है।    

योग्यता-बनाम-साधन छात्रवृति:  
योग्य तथा मेधावी छात्रों, जिनके माता-पिता/अभिभावकों की सालाना आय २,५०,०००/- रु. से अधिक नहीं हैं या समय-समय पर निर्धारित हो सकती है, के लिए  विभिन्न योग्यता-बनाम-साधन छात्रवृतियाँ उपलब्ध है। छात्रवृतियों का भुगतान विश्वविद्यालय में समय-समय पर स्थापित नियमों द्वारा संचालित किया जायेगा। प्रपत्र के लिए क्लिक करें।

फोर्ड फाउंडेशन छात्रवृतियाँ:  
अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन विद्यालय के एम.ए कार्यक्रम के छात्रों के लिए, सिमित संख्या में ७००/- रु. प्रति माह के मान की फोर्ड फाउंडेशन छात्रवृतियाँ उपलब्ध हैं। छात्रवृति पूर्ण रूप से योग्यता के आधार पर इस प्रावधान पर दी जाएगी कि उनमें से कम से कम आधी छात्राओं के लिए जायेंगीं।

इसके अलावा, निम्नलिखित चंदा (छात्रवृतियाँ)/ सदस्यता/पुरूस्कार भी विश्वविद्यालय में अध्ययन कर रहे छात्रों के लिए उपलब्ध है।


छात्रवृतियाँ/सदस्यता:

  1. ओकिता मेमोरियल सदस्यता - इसमें दो वर्ष के लिए विश्वविद्यालय के अनुरोध पर,  आईसीसीआर द्वारा पुरुस्कृत १०,०००/- रु. के सालाना आकस्मिक अनुदान सहित प्रत्येक ५०००/- रु.  प्रति माह के मान की दो सदस्यताएँ हैं।  यह जेएनयू में भारतीय मेधावी छात्रों के लिए खुली हैं जो एसआईएस/एसएलएल एवं सीएस/ एसएसएस के विभिन्न केन्द्रों में एम.फिल/पीएचडी एवं एमए द्वितीय वर्ष कार्यक्रम के लिए पंजीकृत हैं, एवं जापान या जापान के साथ भारत के रिश्तों के संबंध पर विशिष्टीकरण के किसी भी क्षेत्रों में अध्ययन/शोध कर रहे हैं।  
  2. जी. पार्थसारथी वृत्ति सदस्यता – जेएनयू में छात्र नेता स्वर्गीय चंद्रशेखर प्रसाद की स्मृति में १०००/- रु. प्रति माह सहित चार सदस्यताएँ हैं, प्रत्येक सदस्यता छात्रों को प्रारंभ में एक वर्ष के लिए पुरुस्कृत की जाती है, जो शैक्षणिक प्रदर्शन के आधार पर, समाज के आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्गों से आने वाले छात्रों के लिए, विशेष रूप से अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/पिछड़े वर्ग के लिए, एवं शारीरिक रूप से असमर्थ (विकलांग) छात्रों के लिए अगले वर्ष द्वारा नवीकृत होती है।
  3. ऑस्ट्रेलियाई उच्च आयोग सदस्यता – इसमें रु. ३५००/- प्रति माह की छात्रवृति के साथ ६०००/- रु.सालाना आकस्मिक अनुदान भी है. पीएचडी छात्र, जो सीएससीएसईए एवं डब्ल्यूपीएस/एसआईएस के केंद्र में ऑस्ट्रलियाई अध्ययन से संबंधित विषय पर कार्य कर रहा हो, को सदस्यता दो वर्षों की अवधि के लिए पुरुस्कृत की जाती है। 
  4. एस\सी/एस एवं पीएच छात्रों के लिए विशेष सदस्यता – समाज के पिछड़े वर्ग से आने वाले छात्रों के लिए जैसे कि; अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/ एवं शारीरिक रूप से असमर्थ (विकलांग) छात्रों के लिए, शिक्षा तथा/या शोध को एक रोज़गार के अवसर के रूप में अपनाने के लिए तैयार करने की द्रष्टि से, प्रति माह @ १२०००/- रु. (एक सत्र या दो सत्र के लिए) की चार सदस्यता पुरुस्कृत की जातीं हैं। यह सदस्यताएँ उनमें से सबसे अधिक योग्य जिन्होंने पीएचडी के दो वर्ष पूरे कर लिए हैं, या एम.फिल पूरी करने के बाद, जो पीएचडी के पूरे होने के क़गार पर हैं, के लिए उपयोग में लायी जातीं हैं। 
  5. डॉ. शीला ज़ुर्ब्रिग्ग सदस्यता – अधिकतम 2000/- रु.की यह एक बार की सहायता, सामाजिक चिकित्सा एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र , सामाजिक विज्ञान विद्यालय के एक योग्य छात्र को पुरुस्कृत की जाती है।
  6. तेंदुलकर छात्रवृति – ४००/- रु प्रति माह की यह छात्रवृति आवर्तन द्वारा सामाजिक विज्ञान विद्यालय के विभिन्न केन्द्रों के दो छात्रों को दो वर्षों की अवधि के लिए पुरुस्कृत की जाती है।
  7. प्रो. नुरुल हसन छात्रवृति – १५००/- रु. प्रति माह प्रत्येक की दो छात्रवृतियाँ एक वर्ष की अवधि के लिए एम.ए/ एम.एससी/ एमसीए के छात्रों को प्रथम वर्ष के अंत में उच्च सीजीपीए के साथ द्वितीय वर्ष छात्रों को, जिनमें से एक सामाजिक विज्ञान विषयों तथा अन्य विज्ञान के विषयों, शिक्षा, आदर्शों तथा मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए जिनके लिए प्रो. हसन ने अपने जीवनकाल के दौरान कार्य किया, के लिए पुरुस्कृत की जाती है।  
  8. आर भवन ट्रस्ट छात्रवृति  - ये छात्रवृतियाँ १०००/- रु प्रति माह के मूल्य की हैं, जो की १० छात्रों को एक वर्ष की अवधि (दो सत्रों को लेते हुए) के लिए पुरुस्कृत की जातीं हैं, एवं आगे आने वाले सत्र/सत्रों के लिए नवीकृत की जा सकतीं हैं बशर्ते, की छात्र एम.ए/एम.एस.सी के त्रितीय वर्ष के अंत तक ५.५ सीजीपीए तथा एमसीए के मामले में पांचवें सत्र तक बनाये रखें।
  9. प्रो. एम.जे.के थावराज एमसीएम छात्रवृति – इसमें ३००/- रु मूल्य प्रति माह की २ छात्रवृतियाँ एवं आकस्मिक के रूप में २०००/- रु हैं जो सामाजिक विज्ञान विद्यालय के एम. ए (अर्थशास्त्र) प्रथम वर्ष के छात्रों को योग्यता के आधार पर पुरुस्कृत की जातीं हैं। 
  10. निप्पोन फाउंडेशन (जापान) – निप्पोन फाउंडेशन द्वारा प्रदान की गयी यूएस $1 की चंदा राशि में से प्रत्येक वर्ष २ सदस्यताएँ पुरुस्कृत की जातीं हैं. इस के धारक इस प्रतिष्ठित सदस्यता का १५०००/- रु प्रति माह की दर से 3 वर्ष की अवधि के लिए आनंद उठाते हैं. तृतीय वर्ष के बाद से दिए गए समय पर, एम.फिल/पीएचडी कार्यक्रम के छह छात्रों को सदस्यता से पुरुस्कृत किया जायेगा।    
  11. कोरिया फाउंडेशन (कोरिया) – एम.फिल/पीएचडी छात्रों को पहले दो वर्षों के लिए १००००/- रु प्रति माह की दो सदस्यताएँ साथ में २०,०००/- रु आकस्मिक एवं बाद के दो वर्षों के लिए १२,०००/- रु प्रति माह की वरिष्ठ सदस्यता तथा २०,०००/- रु सालाना आकस्मिक पुरुस्कृत की जातीं हैं। 

    एम.ए छात्रों के लिए, दो वर्षों की अवधि के लिए, प्रत्येक माह के लिए २०००/- रु प्रति माह की दो सदस्यताएँ तथा दो वर्षों की अवधि के लिए प्रत्येक माह के लिए १०००/- रु प्रति माह की दो सदस्यताएँ स्नातक छात्रों को पुरुस्कृत की जातीं हैं।
  12. कॉम. एच.एल. परवाना शोध मासिक वृत्ति – अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन विद्यालय के एम.फिल तथा बैंकिंग, ट्रेड यूनियन तथा संबद्ध क्षेत्रों के क्षेत्रों में कार्यरत सामाजिक विज्ञान के छात्रों को ५०००/- रु प्रति माह की कॉम. एच.एल. परवाना शोध मासिक वृत्ति पुरुस्कृत की जातीं हैं।  
  13. येल विश्वविद्यालय की फॉक्स अंतर्राष्ट्रीय सदस्यता – निम्नलिखित किसी भी क्षेत्रों के एम.फिल/पीएचडी के एक या दो छात्रों को सालाना पुरुस्कृत की जाती है: अर्थशास्त्र, वित्तीय, राजनीती विज्ञान, अंतर्राष्ट्रीय संबंध, नून तथा समकालीन इतिहास। इसलिए, उनके एम.फिल/पीएचडी/ डायरेक्ट पीएचडी कार्यक्रम के ३ सत्र पूरे हो जाने चाहिए, परंतु कथित कार्यक्रम के ६ सत्रों से अधिक पूरे नहीं होने चाहियें।     
  14. स्वामी प्रणवानंद मेमोरियल शोध सदस्यता – सालाना एक एम.फिल छात्र जो भारतीय दर्शन, संस्कृति तथा सभ्यता को बढ़ावा देने में अध्ययन कर रहा है, को पुरुस्कृत की जाती है।
  15. डी एस गर्दी संस्कृत सदस्यताएँ – संस्कृत अध्ययन के दो एम.ए के छात्रों को दो वर्ष की अवधि के लिए पुरुस्कृत की जाती हैं। यह सदस्यताएँ पहले सत्र में छात्रों के प्रदर्शन के आधार पर प्रदान की जाती हैं। 
  16. डॉ. प्रफुल्ला के. पनी शोध सदस्यता  ८०००/- रु प्रति माह की ये अल्पकालिक सदस्यता केवल एक छात्र को आणविक चिकित्सा के संबंधित क्षेत्र में आणविक चिकित्सा के विशेष केंद्र में शोध किये जाने के लिए पुरुस्कृत की जाती हैं।  
  17. पोस्को सदस्यता  केंद्र/विद्यालय स्तर पर चयन के आधार पर सीजेकेएनईएएस/ एसएलएलकीएस के कोरियाई भाषा के कार्यक्रम में प्रत्येक वर्ष 10 स्नातक के मेधावी छात्रों को यूएस $500/- (लगभग) के बराबर की भारतीय राशि पुरुस्कृत की जाती है।
  18. प्रो. गौरी शंकर सिंगला मेरिट सदस्यता  एम.एससी (एसएलएस) के द्वितीय वर्ष के छात्र जो विद्यालय के स्तर पर पहले योग्यता एवं बाद में आवश्यकता के आधार पर चयनित, जिसने तृतीय सत्र के अंत तक उच्च सीजीपीए हासिल किया हो के लिए एक वर्ष की अवधि के लिए १०००/- रु मूल्य प्रति माह एक सदस्यता है।

पुरूस्कार:

  1. भारतीय राष्ट्रपति स्वर्णपदक – यह स्वर्णपदक तथा प्रमाणपत्र सालाना एक छात्र को प्रदान किया जाता है जो शैक्षणिक प्रदर्शन, साहित्यिक गतिविधियों, संगीत, होस्टल जीवन में भागीदारी, खेल-कूद, अच्छे चरित्र तथा आचरण में सर्वश्रेष्ठ घोषित किया जाता है।  
  2. डॉ. अर्पिता मिश्रा पुरूस्कार  प्रत्येक वर्ष सर्वश्रेष्ठ एम.फिल (भाषाविज्ञान) के छात्र को उसके पाठ्यक्रम के पूरा होने पर सालाना योग्यता के प्रमाणपत्र के साथ-साथ ५०००/- रु का नकद पुरूस्कार प्रदान किया जाता है।
  3. राफेल इरुज़ुबिएत पुरूस्कार – सालाना स्पेनिश अध्ययन एवं एसएलएल तथा सी एस के दो सर्वश्रेष्ठ एम.ए के छात्रों को नकद पुरूस्कार से पुरुस्कृत किया जाता है. पुरुस्कृत छात्रों के लिए पुरूस्कार चंदे की राशि से होने वाले वित्तीय पोषण/ ब्याज की उपलब्धता पर निर्धारित की जाएगी। 
  4. ए एन भट्ट मेमोरियल पुरूस्कार – सामाजिक विज्ञान विद्यालय के छात्र को उसके एमए कार्यक्रम के प्रथम वर्ष के प्रदर्शन के आधार पर एम.ए (अर्थशास्त्र) के तृतीय सत्र के सबसे मेधावी छात्र को सालाना ५०००/- रु का नकद पुरूस्कार प्रदान किया जाता है। 
  5. विमला सरन स्वर्णपदक – एसएलएल एवं सीएस में एमए (चाइनीज़) के एक छात्र को सालाना एक स्वर्णपदक से पुरुस्कृत किया जाता है। 
  6. सज्जाद ज़हीर एवं रज़िया ज़हीर पुरूस्कार – प्रत्येक वर्ष एमए उर्दू साहित्य के एमए प्रथम वर्ष में बेहतरीन प्रदर्शन के साथ, एक पुरुष एवं एक महिला छात्र को पुरूस्कार राशि के साथ प्रमाण पत्र पुरुस्कृत किया जाता है. एक विशेष वर्ष के लिए ब्याज राशि दो बराबर भागों में एक पुरुष तथा अन्य महिला छात्र के लिए विभाजित की जाती है। 
  7. जूही प्रसाद पुरूस्कार – स्पेनिश, पुर्तगाली, इतावली तथा लैटिन अमेरिकी अध्ययन केंद्र, भाषा, साहित्य तथा संस्कृति अध्ययन विद्यालय में,  स्पेनिश में बीए की सर्वश्रेष्ठ कन्या छात्र के लिए सालाना 2000/- रु  का नकद पुरूस्कार प्रादान किया जाता है।  
  8. देवेन्द्र कुमार गुप्ता पुरूस्कार - भाषा, साहित्य तथा संस्कृति अध्ययन विद्यालय के फ्रेंच तथा फ्रांसिसी भाषा के अध्ययन केंद्र के बीए छात्र के लिए सालाना स्वर्णपदक के साथ प्रमाणपत्र पुरुस्कृत किया जाता है।
  9. भौतिक विज्ञान विद्यालय स्वर्ण पदक  यह स्वर्ण पदक विशेष रूप से एम. एससी ( भौतिकी) में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरुस्कृत किया जाता है।
  10. रंजन रॉय मेमोरियल पुरूस्कार  आर्थिक अध्ययन तथा नियोजन केंद्र, केंद्र से एम.ए (अर्थशास्त्र) कार्यक्रम को पूरा करने वाले सर्वश्रेष्ठ छात्र को रंजन राय मेमोरियल पुरूस्कार (४०००/- रु मूल्य) को प्रदान करता है।
  11. प्रो. टी के उम्मेन नकद पुरूस्कार – एम.ए समाजशास्त्र के अव्वल छात्र जो कथित कार्यक्रम को उतीर्ण करता/करती है, को सालाना पुरुस्कृत किया जाता है। 
  12. प्रो. के ज महाले नकद पुरुस्कार  एम.फिल ( फ्रेंच) के अव्वल छात्र को सालाना पुरुस्कृत किया जाता है।
  13. प्रो. एस मर्कान्दाने मेमोरियल स्वर्ण पदक पुरूस्कार – एम.ए ( फ्रेंच) कार्यक्रम के अव्वल छात्र को सालाना एक स्वर्ण पदक एवं एक प्रमाण पत्र पुरुस्कृत किया जाता है।
  14. सुश्री कनु प्रिय भारद्वाज पुरूस्कार  कला तथा सौंदर्यशास्त्र विद्यालय के बेहतरीन एम.ए छात्र को सालाना एक स्वर्ण पदक एवं एक प्रमाण पत्र पुरुस्कृत किया जाता है।
  15. पांडे पदक: -  प्रो. एच सी  पांडे (सेवानिवृत) द्वारा स्थापित, एक स्वर्ण पदक तथा योग्यता का प्रमाण पत्र, एसएलएल तथा सीएस के रुसी अध्ययन केंद्र के बीए (ऑनर्स) के सर्वश्रेष्ठ छात्र को सालाना पुरुस्कृत किया जाता है।   
  16. श्रीमती जसवंत कौर खुराना योग्यता पुरूस्कार : -  विद्यालय स्तर पर चयन के आधार पर एम.एससी तथा एम.फिल कार्यक्रमों के निष्कर्ष पर सर्वोच्च पड़ प्राप्त करने वाले जीवन विज्ञान के छात्र को प्रत्येक वर्ष १५०००/- एक राशि एवं एक स्वर्ण पदक पुरुस्कृत किया जाता है।  

प्रत्येक सदस्यता एवं पुरूस्कार समय समय पर जुडी इसके नियमों तथा शर्तों के अनुरूप संचालित किये जायेंगें। 

विद्यालयों के केन्द्रों/डीन के अध्यक्षों के माध्यम से, प्रत्येक वर्ष पंजीकृत एवं योग्य छात्रों द्वारा, उपरोक्त सदस्यताओं/ छात्रवृतियों/ पुरुस्कारों के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित हैं, तथा इस उद्देश्य के लिए गठित समितियों की सिफारिशों पर पुरुस्कृत किये जायेंगें।  

विस्तृत जानकारी, कमरा नं. ०२० ( ग्राउंड फ्लोर) छात्रवृति/ सदस्यता अनुभाग, प्रशासन ब्लॉक, जे.एन.यू, नयी दिल्ली-११००६७ से प्राप्त की जा सकती है  “सीखने के साथ कमायें” योजना के तहत समाज के कमज़ोर वर्गों से आने वाले छात्रों के लिए एक प्रावधान भी है।  

* 6/2/2013 पर नवीनीकृत

A warm welcome to the modified and updated website of the Centre for East Asian Studies. The East Asian region has been at the forefront of several path-breaking changes since 1970s beginning with the redefining the development architecture with its State-led development model besides emerging as a major region in the global politics and a key hub of the sophisticated technologies. The Centre is one of the thirteen Centres of the School of International Studies, Jawaharlal Nehru University, New Delhi that provides a holistic understanding of the region.

Initially, established as a Centre for Chinese and Japanese Studies, it subsequently grew to include Korean Studies as well. At present there are eight faculty members in the Centre. Several distinguished faculty who have now retired include the late Prof. Gargi Dutt, Prof. P.A.N. Murthy, Prof. G.P. Deshpande, Dr. Nranarayan Das, Prof. R.R. Krishnan and Prof. K.V. Kesavan. Besides, Dr. Madhu Bhalla served at the Centre in Chinese Studies Programme during 1994-2006. In addition, Ms. Kamlesh Jain and Dr. M. M. Kunju served the Centre as the Documentation Officers in Chinese and Japanese Studies respectively.

The academic curriculum covers both modern and contemporary facets of East Asia as each scholar specializes in an area of his/her interest in the region. The integrated course involves two semesters of classes at the M. Phil programme and a dissertation for the M. Phil and a thesis for Ph. D programme respectively. The central objective is to impart an interdisciplinary knowledge and understanding of history, foreign policy, government and politics, society and culture and political economy of the respective areas. Students can explore new and emerging themes such as East Asian regionalism, the evolving East Asian Community, the rise of China, resurgence of Japan and the prospects for reunification of the Korean peninsula. Additionally, the Centre lays great emphasis on the building of language skills. The background of scholars includes mostly from the social science disciplines; History, Political Science, Economics, Sociology, International Relations and language.

Several students of the centre have been recipients of prestigious research fellowships awarded by Japan Foundation, Mombusho (Ministry of Education, Government of Japan), Saburo Okita Memorial Fellowship, Nippon Foundation, Korea Foundation, Nehru Memorial Fellowship, and Fellowship from the Chinese and Taiwanese Governments. Besides, students from Japan receive fellowship from the Indian Council of Cultural Relations.

►  जेएनयू कर्मचारी संघ (जेएनयू एस ए)

►  जेएनयू संकाय क्लब (जेएनयू एफ सी)

►  जेएनयू अधिकारी संघ (जेएनयूओए)

►  जेएनयू कर्मचारी संघ (जेएनयू एस ए))

►  जेएनयू दिव्यांग संघ (जेएनयू डी पी ए)

►  जेएनयू एस सी एस टी कर्मचारी संघ